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इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि Electoral Bond क्या होता है इसे कब और क्यों शुरू किया गया इसका लाभ कि पार्टियों को दिया जाता है लोकसभा चुनाव पर इसका क्या असर होता है इन सभी से संबंधित जानकारी इस पोस्ट में दी गई है।
Electoral Bond Scheme, Electoral Bond क्या होता है, इसकी शुरुआता क्यों हुआ
Electoral Bond Scheme चुनावी बांड एक प्रकार का मणि इंस्ट्रूमेंट होता है एक वॉक ब्रांड के रूप में यह कार्य करती है जिसे भारत के व्यक्ति या फिर कंपनियों के द्वारा इसे खरीदा लिया जाता है। यह विशेष रूप से राजनीतिक दलों को धन के योगदान के लिए जारी की जाती है और यह राजनीतिक दलों को चंदा देने के लिए Electoral Bond एक वित्तीय जरिया भी माना गया है।
Electoral Bond क्या होता है?
- इसकी शुरुआत भारत में साल 2017 में किया गया जो की जनवरी 2018 में कानून की रूप से इसे लागू कर दिया गया था|
- इसके तहत भारतीय स्टेट बैंक राजनीतिक दलों को पैसा देने के लिए एक ब्रांड जारी करने का इस अधिकार मिला था।
- भारत सरकार भारत सरकार के द्वारा इलेक्टोरल बांड को 2017 में घोषणा की गई थी और इस योजना को सरकार के द्वारा 29 जनवरी 2018 को लागू किया गया था।
- इस योजना को चुनावी चंदे में साफ सुथरा धन लाने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए इसको शुरू किया गया है। इलेक्टोरल बांड को साल में चार बार जारी किया जाता है जनवरी, अप्रैल, जुलाई और अक्टूबर में।
- यह इलेक्टोरल बॉन्ड बंद इस पार्टी को दिया जाता है जिन्होंने लोकसभा और विधानसभा चुनाव में काम से कम 1% वह वोट हासिल किए हो।
- इसमें साल इसको साल में चार बार 10-10 दिन के लिए जारी की जाती है कोई भी व्यक्ति या कॉरपोरेटर हाउस इस बंद को खरीद सकते हैं।
लोकसभा चुनाव पर क्या असर होगा?
जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं लोकसभा चुनाव 2024 में पहले सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक बड़े फैसले में electoral bond scheme india का अवैध और संवैधानिक बढ़कर इस पर लोग रोक लगा दिया गया था। इलेक्टरल बॉन्ड को पिछले साल 31 अक्टूबर से इस पर सुनवाई चल रही थी जिसका फैसला अब हो चुका है।
सुप्रीम कोर्ट के द्वारा इस फैसले में कहा गया की वोटर को यह जानने का हक है कि उन्हें फंडिंग कहां से आ रही हैं। और कोर्ट के द्वारा यह भी कहा गया कि electoral bond scheme india अनुच्छेद 19(1)(A) का उल्लंघन करता है और इस कारण से कोर्ट ने इसे और असंवैधानिक कर दिया था। इलेक्टरल बॉन्ड का मामला पिछले कई सालों से कोर्ट में था और लोगों की नजर इसी पर थी या फैसला लोकसभा चुनाव पर भी असर डाल सकता है। भारत के अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटरमणी ने कहा कि इसका उपयोग राजनीतिक दलों को मिलने वाला चंदा में किया जाता है।
इलेक्टोरल बांड का लाभ किन पार्टियों को दिया जाता है
आप सभी लोगों को बता दे कि इस योजना के तहत भारतीय स्टेट बैंक में कोई भी एक लाख से लेकर एक करोड़ करो एक करोड़ में से किसी भी मूल्य का बांड खरीद सकते हैं और इसमें केवल उन्हीं पार्टियों को फंडिंग दी जाती है जिन्होंने लोकसभा या विधानसभा के लिए पिछले आम चुनाव में कम से कम एक पर्सेंट वोट हासिल किए हो।
इस पोस्ट में हमने आपको इलेक्टोरल बॉन्ड बंद से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी दी है इसे क्यों शुरू किया गया कब शुरू की गई इसका लाभ किन पार्टियों को दिया जाता है इससे संबंधित सभी प्रकार की जानकारी इस पोस्ट में हमने आपको दि है।
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Posted by – Rohit Kumar
FAQ Electoral Bond Scheme
इलेक्टोरल बांड का लाभ किन पार्टियों को दिया जाता है?
आप सभी लोगों को बता दे कि electoral bond news के तहत भारतीय स्टेट बैंक में कोई भी एक लाख से लेकर एक करोड़ करो एक करोड़ में से किसी भी मूल्य का बांड खरीद सकते हैं और इसमें केवल उन्हीं पार्टियों को फंडिंग दी जाती है जिन्होंने लोकसभा या विधानसभा के लिए पिछले आम चुनाव में कम से कम एक पर्सेंट वोट हासिल किए हो।
लोकसभा चुनाव पर क्या असर होगा?
जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं लोकसभा चुनाव 2024 में पहले सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक बड़े फैसले में इलेक्टरल बॉन्ड का अवैध और संवैधानिक बढ़कर इस पर लोग रोक लगा दिया गया था। electoral bond news को पिछले साल 31 अक्टूबर से इस पर सुनवाई चल रही थी जिसका फैसला अब हो चुका है।